कहा जाता है की अगर आप कोई आम रास्ता में 10 फलवाले पेड़ (आमवृक्ष, कट हल, सीता फल, आमला आदि) लगाके अच्छे देखबाल कर बड़ा करदिया है तो यह आपके जीवन मुक्ति का कारण बनाते हैं।
कृपया अपना घर की किसी भी दिशा में या घर के गेट के बाहर आम जगह में एक बिल्वा पत्र के पेड़ या एक अमरुद के पेड़ या एक गुडाल के पेड़ जरूर लगायेगा। 3 साल उसे देखबाल करिएगा। इन वृक्षों को हम बड़े उत्सव पर्व के दिनों में सज्जनों के बीच वितरण करते हैं। इन वृक्षों के महिमा वा सही देखभल की रीति हम संदेश द्वारा पूछने से आपको बताउंगा। अब बिल्व वृक्ष की महिमा सुने।
बातें बिल्व वृक्ष की-
1. बिल्व वृक्ष के आसपास सांप नहीं आते
2. अगर किसी की शव यात्रा बिल्व वृक्ष की छाया से होकर गुजरे तो उसका मोक्ष हो जाता है
3. वायुमंडल में व्याप्त अशुध्दियों को सोखने की क्षमता सबसे ज्यादा बिल्व वृक्ष में होती है
4. चार पांच छः या सात पत्तो वाले बिल्व पत्रक पाने वाला परम भाग्यशाली और शिव को अर्पण करने से अनंत गुना फल मिलता है
5. बेल वृक्ष को काटने से वंश का नाश होता है।और बेल वृक्ष लगाने से वंश की वृद्धि होती है।
6. सुबह शाम बेल वृक्ष के दर्शन मात्र से पापो का नाश होता है।
7. बेल वृक्ष को सींचने से पितर तृप्त होते है।
8. बेल वृक्ष और सफ़ेद आक् को जोड़े से लगाने पर अटूट लक्ष्मी की प्राप्ति होती है।
9. बेल पत्र और ताम्र धातु के एक विशेष प्रयोग से ऋषि मुनि स्वर्ण धातु का उत्पादन करते थे ।
10. जीवन में सिर्फ एक बार और वो भी यदि भूल से भी शिव लिंग पर बेल पत्र चढ़ा दिया हो तो भी उसके सारे पाप मुक्त हो जाते है
11. बेल वृक्ष का रोपण, पोषण और संवर्धन करने से महादेव से साक्षात्कार करने का अवश्य लाभ मिलता है।
कृपया बिल्व पत्र का पेड़ जरूर लगाये । बिल्व पेड़ को क्षति न पहुचाएं l